गुप्‍त गोदावरी- जो आज भी अबूझ पहेली बनी है

गुप्‍त गोदावरी- जो आज भी अबूझ पहेली बनी है

Friday, June 25, 2010

..तो अब नदी में नहीं जायेगा खेत का पानी

चित्रकूट। सरकार की महत्वाकांक्षी योजना 'गांव का पानी गांव में ,खेत का पानी खेत में' पर जब सारे प्रयास लगभग बेकार से हो गये और बुंदेलखंड में पानी की लिये लगातार त्राहि-त्राहि की स्थिति पिछले सात सालों से मची हुई देखी जा रही है तो सरकार ने आम लोगों के साथ मिलकर मिट्टी से होने वाले काम को वरीयता के साथ करने के निर्देश दिये। मऊ ब्लाक के खंड विकास अधिकारी ने भी इसे गंभीरता से समझा और कुछ ऐसे काम करवा डाले कि जिससे लम्बे समय तक जल का संरक्षण हो सके और ज्यादा पानी वाली फसलों का भी उत्पादन सुगमता पूर्वक हो सके।

तिलौली गांव के झुरिया नाले पर बंधी का निर्माण और बरियारी कला में चमरचुही गांव में बंधी का निर्माण यह बताता है कि आने वाले समय में इन नालों से बहकर पानी यमुना नदी में नही जायेगा। 150-150 मीटर की लम्बाई और लगभग छह मीटर की ऊंचाई की मिट्टी की दीवार मजबूती के साथ आने वाले पानी को रोक लेगी।
प्रभारी मुख्य विकास अधिकारी प्रमोद कुमार श्रीवास्तव कहते हैं कि मऊ ब्लाक में जल का संकट वास्तव में लोगों की वजह से ही उत्पन्न हुआ है। यमुना नदी से चारो तरफ से घिरे इस क्षेत्र में अगर जल संरक्षण के उपाय पहले से किये गये होते तो मनरेगा के अन्तर्गत काम कराने की जरुरत ही न पड़ती। वैसे खंड विकास अधिकारी दिनकर विद्यार्थी ने जल संरक्षण को लेकर डब्लूबीएम से अच्छे सम्पर्क मार्गो का निर्माण कराया है व जल संरक्षण के लिये ही खेत तालाब योजना का निष्पादन सही रुप में कर रहे हैं। झुरिया नाले में तो निर्माण की स्थिति काफी सुखद है। चार मीटर जल भराव होने के बाद पानी जब आउटलेट से निकलेगा तो केवल तालाबों व खेतों को ही फायदा देगा। प्रमुख सचिव ग्राम्य विकास के निर्देश पर मनरेगा के कामों को पत्रकारों को दिखाने के दौरान ब्लाक प्रमुख दीप नारायण मिश्र सहित अन्य लोग मौजूद रहे। इस दौरान छिवलहा गांव का तालाब, बंबुरी गांव में बन रही डब्लूबीएम रोड़, जेट्रोफा के लिये खुद गड्डे व अन्य काम दिखाये गये।
उधर, पत्रकारों की दूसरी टीम ने कर्वी ब्लाक के चकला गुरु बाबा बड़ा देव तालाब, शिवरामपुर का पट्टा तालाब, भैसौंधा का वंशीपुर तालाब, रौली कल्याणपुर का आदर्श जलाशय, धौरही माफी का करेड़ी नाला में चैकडैम आदि काम देखे। बगलई के अरक्षा तालाब के निरीक्षण के दौरान तालाब के भीटे पर अतिक्रमण करने के कारण जिला विकास अधिकारी शिवराज सिंह यादव ने अतिक्रमणकारियों के खिलाफ नोटिस जारी करने के निर्देश दिये। इस दौरान खंड विकास अधिकारी समेत अन्य लोग मौजूद रहे।

भांवरों मे पुरोहित ने दिया तुलसी व जामुन का पौधा

चित्रकूट। भले ही आज के दौर में लोग झूठी शान और शौकत दिखाने के लिए लाखों रुपये शादी विवाह में खर्च कर डालते हों लेकिन गुरुवार को मंदाकिनी के किनारे रामघाट पर एक ऐसा विवाह हुआ जो दूसरों के लिए मिसाल बन गया।

जी हां, बिना तामझाम और दहेज रहित दिन की रोशनी में हुए इस अनोखे विवाह के गवाह तीर्थनगरी के सैकड़ों लोग बने। दूल्हा और दुल्हन ने सात फेरे लेने के साथ ही सात वचनों के अलावा पर्यावरण और जल संरक्षण का न केवल संकल्प लिया बल्कि पुरोहित ने उन्हें तुलसी के बिरवा व जामुन के पौधे उपहार स्वरुप भेट किये। यह अनोखा विवाह सीतापुर में रामघाट के समीप रत्नावली मार्ग पर रहने वाले विजय किशोर शर्मा के पुत्र संजीव का था। नदी बचाओ तालाब बचाओ आंदोलन के संयोजक सुरेश रैकवार ने बताया कि विवाह बिना दहेज, बिना बिजली, बिना बाजा, बिना सजावट, बिना आतिशबाजी के सम्पन्न हुआ। साथ ही भांवरों के समय पुरोहित ने वर-वधू को एक-एक पौधा तुलसी व जामुन का भेंट गिया। अजयगढ़ से आये वधू संजना के पिता ने भी हर एक बराती का स्वागत करते समय बरसात के मौके पर एक-एक पेड़ लगाने का निवेदन किया।

Tuesday, June 22, 2010

गंगा दशहरा : डुबकी लगा कमाया पुण्य


चित्रकूट। पतित पावनी मां गंगा के अवतरण दिवस पर धर्म नगरी से होकर गुजरने वाली पापभक्षणी मां मंदाकिनी में डुबकी लगाने वालों की संख्या लाखों में रही। लोगों ने महादेव की जटाओं से होकर मृत्यु लोक में आने वाली मां गंगा की आरती पूजा भी की। इस मौके पर निर्माेही अखाड़े के संतों के संयोजकतत्व में मां गंगा की स्तुति पूजन के साथ ही नावों पर बैठकर चौबीस घंटे का श्री राम नाम संकीर्तन प्रारंभ कर दिया गया।

जानकारी के मुताबिक सोमवार की सुबह से ही धर्म नगरी की मंदाकिनी नदी के रामघाट, राघव प्रयाग घाट, प्रमोद वन, जानकीकुंड, आरोग्यधाम, सिरसावन, स्फटिक शिला, अनुसुइया आश्रम, सूर्य कुंड के साथ ही मऊ व राजापुर के यमुना नदी के घाटों के साथ ही वाल्मीकि नदी पर भारी संख्या में श्रद्धालुओं का तांता उमड़ पड़ा। लोग हर हर गंगे का उद्घोष करके पवित्र नदियों में डुबकियां लगा रहे थे। चित्रकूट में घाट किनारे के पुरोहित मां मंदाकिनी के महत्व को लोगों को बता रहे थे।
इसके साथ ही निर्माेही अखाड़े के संयोजकतत्व में विश्व हिंदू परिषद ने गंगा दशहरे पर हवन पूजन व मां मंदाकिनी का अभिषेक कराया। इसके साथ नावों पर बैठकर चौबीस घंटों के प्रभु नाम संकीर्तन का भी शुभारंभ कराया गया। इस मौके पर निर्मोही अखाड़े के महन्त ओंकार दास, भरत मंदिर के दिव्य जीवन दास, अनूप दास, विहिप के प्रचारक भोले जी, दयाशंकर गंगेले, भाजपा जिलाध्यक्ष दिनेश तिवारी, मनोज तिवारी ,मुन्ना पुजारी सहित भारी संख्या में लोग मौजूद रहे।