गुप्‍त गोदावरी- जो आज भी अबूझ पहेली बनी है

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Friday, March 29, 2013

शिक्षण के साथ ही सामाजिक सरोकारों से भी वास्ता

संदीप रिछारिया, महोबा: सर्व शिक्षा अभियान के तहत जहां बच्चों को विद्यालयों में शिक्षण व प्रशिक्षण से नई तकनीकि व अत्याधुनिक ढंग से पढ़ाई करवाने के प्रयास चल रहे है, वहीं जिले के कुछ स्कूलों में सीधे तौर पर जन सरोकारों से भी जोड़ने के प्रयास चल रहे हैं। जल संरक्षण की दिशा में प्राथमिक विद्यालय बरा में किए गए प्रयास से बुंदेलखंड की एक बड़ी समस्या पानी से लड़ाई लड़ने में मदद मिलेगी।

प्यास से जूझती इस बुंदेली धरा पर बच्चों के अंदर पानी बचाने के भावना को जन्म देने का काम जिलाधिकारी डा. काजल ने किया। उन्होंने बेसिक शिक्षा अधिकारी को यह निर्देश दिए पानी बचाने का प्रारंभ विद्यालय से ही करवाया जाए। विद्यालय के जल को विद्यालय में ही दफन कर दिया जाए। फिर क्या था आनन फानन में बरा गांव के प्राथमिक विद्यालय का चयन कर इनको बनवाने की जिम्मेदारी न्याय पंचायत भंडरा के केंद्रीय प्रधानाध्यापक विवेकानंद गुप्ता को सौंपी गई। इस काम में उनके सहभागी एबीआरसी अनिल शुक्ला बने।

केंद्रीय प्रधानाध्यापक बताते हैं कि वाटर हार्वेस्टिंग के इन प्रयोगों को बनवाने में कुछ ज्यादा खर्च नहीं आया और यह माडल इतने बढि़या बने कि बच्चों के अंदर पानी को बचाने की भावना तेजी से पनप रही है। उन्होंने बताया कि विद्यालय की छत व जमीन में स्लोप बनाकर उन्हें तीन और चार फिट के दो गड्डों से मिला दिया गया। गड्डों को सोलम, बजरी, गिट्टी व जीरा गिट्टी से इस प्रकार भर दिया गया कि बच्चे उसमें आराम से खेल भी सकते हैं। यहां पर विद्यालय कैंपस का पूरा बरसात व रोजमर्रा का पानी आ जाता है। कुछ छत्तीस हजार के खर्च में तैयार इस प्रोजेक्ट के कारण विद्यालय का पानी विद्यालय में ही रुक रहा है।

..पानी बचाने का प्रयोग सफल है। इस प्रयोग को शासन स्तर पर भेजकर इसे मान्यता दिलाने का प्रयास किया जा रहा है। अगर यह प्रस्ताव ऊपर स्वीकार कर लिया जाता है तो हर प्रदेश के हर विद्यालय में लागू होने से न केवल पानी बचाने में मदद मिलेगी बल्कि बच्चों के अंदर पानी को बचाने की भावना भी बढे़गी।

मसीह हुज्जमा सिद्दीकी

बेसिक शिक्षा अधिकारी

इस विद्यालय का प्रोजेक्ट बनाकर प्रमुख सचिव को भेजा गया है। उन्होंने इस काम को देखकर बधाई भी दी है, साथ ही इस काम को पूरे प्रदेश में लागू करवाने के लिए विचार विमर्श भी चल रहा है। आगे भी इस तरह के समाजोपयोगी कार्य किए जाते रहेंगे।

.. डा. काजल

जिलाधिकारी

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