गुप्‍त गोदावरी- जो आज भी अबूझ पहेली बनी है

गुप्‍त गोदावरी- जो आज भी अबूझ पहेली बनी है

Friday, May 29, 2009

अब इलाज में भी भारी

May 29, 01:55 am
चित्रकूट। चुनाव से फुर्सत पाने के बाद प्रशासन धर्मनगरी के सुंदरीकरण कार्यक्रम को गति देने में जुट गया है। इसके चलते गुरुवार को जिलाधिकारी ने अफसरों के साथ तीर्थ क्षेत्र के विभिन्न स्थलों का भ्रमण किया। उन्होंने अवैध कब्जों को जल्द हटाने के निर्देश दिये।
जिलाधिकारी हृदेश कुमार ने बेड़ी पुलिया, रामघाट, परिक्रमा मार्ग का भ्रमण कर सुंदरीकरण कार्यक्रम के तहत हो रहे कार्यो का निरीक्षण किया और कार्य योजना तैयार कर काम शुरू कराने को कहा। उन्होंने बेड़ी पुलिया के पास सड़क चौड़ीकरण व बनवासी भगवान श्रीराम, सीता व लक्ष्मण की मूर्तियों के स्थल का सुंदरीकरण 31 जुलाई तक करने के निर्देश लोनिवि अधिशासी अभियंता को दिये। इसके बाद उन्होंने रामघाट स्थित कंट्रोल रूम के कमरों का सुंदरीकरण कराकर, ऊपर एक पारदर्शी हाल का निर्माण तत्काल शुरू कराने व बगल में बह रहे लुप्त सरयू नाला अन्य स्थलों से बह रहे गंदे पानी को सीवर लाइन से जोड़ने के निर्देश दिये। उन्होंने चरखारी स्टेट के रामघाट स्थित मंदिर का सुंदरीकरण, रामघाट की टूटी पटिया मंदिरों के सुधार, बेंचों की मरम्मत, पानी की टंकी बनवाने, महिला घाट व रामघाट से बूढ़े हनुमान जी तक का रास्ता बनवाने के निर्देश दिये। परिक्रमा मार्ग में भ्रमण के दौरान जिलाधिकारी ने चोपड़ा तालाब का कार्य नरेगा से चार दिन के अंदर कराने के निर्देश एमआई को दिये। उन्होंने कहा कि तीस-तीस मीटर के आठ टीन शेड परिक्रमा मार्ग में लगाने के लिए जगह चिह्नित कर ली जाये। नगर पालिका के अधिशासी अधिकारी जितेंद्र कुमार आनंद ने बताया कि इस क्षेत्र में 6 सफाई कर्मी लगे है। जिलाधिकारी ने बताया शासन इस क्षेत्र के सुंदरीकरण का कार्य करा रहा है। कार्य के बाद देखरेख की जिम्मेदारी किसी विभाग को दी जायेगी। उन्होंने चरण चिह्न स्थल का गेट रास्ते के टायल्स व सामने प्राचीन भरत मंदिर के पास अवैध कब्जे को जल हटाने के निर्देश एसडीएम सदर को दिये। परिक्रमा मार्ग से लक्ष्मण पहाड़ी जाने वाले रास्ते के सुंदरीकरण की कार्य योजना बनाने व यात्रियों के विश्राम कक्ष के निर्माण स्थल के चिह्नांकन करने के निर्देश दिये। मुख्य विकास अधिकारी पी सी श्रीवास्तव, एसडीएम सदर हृषिकेश भास्कर यशोद, अधिशासी अभियंता लोनिवि ए के शर्मा आदि मौजूद रहे।

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