गुप्‍त गोदावरी- जो आज भी अबूझ पहेली बनी है

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Thursday, February 18, 2010

हस्तशिल्प उत्पादों की प्रदर्शनी में उत्पादों को खरीदने उमड़ी भीड़

चित्रकूट। राष्ट्रीय रामायण मेले में लगाई गई प्रदर्शनियों में भारी संख्या में भीड़ उमड़ रही है।

हस्तशिल्प की प्रदर्शनी में लोग हस्तशिल्प की चीजों की खरीददारी कर रहे हैं तो दीनदयाल शोध संस्थान, जगद्गुरु राम भद्राचार्य विकलांग विश्वविद्यालय, सूचना और जनसम्पर्क विभाग, उद्यान विभाग, पशु पालन विभाग, बेसिक शिक्षा विभाग, स्वास्थ्य विभाग के साथ ही एडस पर काम करने वाली संस्था 'परख' व बाबा राम देव की पतंजलि योग समिति के स्टाल लोगों को लुभा रहे हैं।
खादी और ग्रामोद्योग हसतशिल्प की प्रदर्शनी में खरीददार तो मानो उमड़े पड़ रहे हैं। यहां पर आये अधिकारी विजय यादव बताते हैं कि प्रदेश भर के हसतशिल्पी यहां पर आकर अपने उत्पाद बेंच रहे हैं। बजट कम होने के कारण केवल चालीस स्टाल ही लगाये थे। काफी लोगों ने तो अपने स्टाल लगाये हुये हैं और काफी लोग वापस चले गये। उन्होंने कहा कि चित्रकूट में हस्तशिल्पियों की हुई बिक्री से वे भी उत्साहित हैं। अगली बार यहां पर कम से कम साठ स्टालों की व्यवस्था करवाने की कोशिश करेंगे।
इसके साथ ही जहां रामलीला की प्रदर्शनी लोगों को आकर्षित कर रही हैं वहीं अर्चना के माध्यम से मेला समिति श्री राम चरित मानस के पाठ को पांच दिनों तक अनवरत रुप से जारी किये हुये है। बच्चों के मनोरंजन की कमी को झूला पूरी कर रहा है। यहां पर बच्चों के साथ ही बड़े लोग भी झूला झूलते दिखाई दे रहे हैं। परख के राजेश केसरवानी ने कहा कि इस तरह के आयोजनों से लोगों के पास अपनी बात पहुंचाने में मदद मिलती है।

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